नमस्कार दोस्तों यूं तो हम सबको व्यायाम के महत्त्व के बारे में भली-भांति पता है, लेकिन इस व्यस्त जीवन शैली में अपने स्वास्थ्य के लिए समय निकालना काफी मुश्किल हो गया है| यूं तो लोग आजकल Gym जाना पसंद करते हैं, लेकिन आज भी कुछ लोग Gym से ज्यादा देसी अखाड़ों में जाना ज्यादा पसंद करते हैं। आज से पहले प्राचीन भारत में सेहत बनाने के लिए देसी अखाड़ों में जाया जाता था, इन अखाड़ों में बहुत सारे ऐसे उपकरण होते हैं जो शरीर को बलशाली बनाने में काफी प्रभावशाली हैं| उन्ही मैं से एक उपकरण है जिसकी मदद से आप कम समय में फिटनेस बना सकते हैं जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं मुगदर की, हमारे भारतीय पहलवानों की व्यायाम शैली में मुकदर का एक विशेष स्थान है मुकदर व्यायाम जहां पहलवानों और पहलवानी से जुड़े लोगों की पहली पसंद है वहीँ मुगदर व्यायाम काफी बेहतर विकल्प साबित हो सकता है आज के व्यस्त दौर में | आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं मुगदर व्यायाम के फायदे |
मुगदर क्या है और उससे व्यायाम कैसे करें
मुगदर एक लकड़ी से बना हुआ गदा नुमा उपकरण है। इसमें वज़न का विभाजन लम्बाई मैं कुछ इस तरह किया होता है की मुगदर के हैंडल के करीब वज़न कम होता है और मुगदर के ऊपरी हिस्से में वज़न ज्यादा होता है । मुगदर व्यायाम मैं मुगदर को उठा कर सर के ऊपर से घुमाया जाता है। इस प्रक्रिया मैं मुगदर को एक बार घडी की सुई की और घुमाया जाता है और दूसरी बार इससे विपरीत दिशा मैं घुमाया जाता है। आम तोर पर पहलवानो द्वारा दो मुदगरों को एक साथ दोनों हाथों से एक के बाद एक घुमाया जाता है। आप एक बरी में केवल एक मुगदर का प्रयोग भी कर सकते हैं। मुगदर को सर के ऊपर घूमने से कन्धों और भुजाओं के साथ साथ ऊपरी शरीर भी मजबूत होता है।
मुगदर व्यायाम करने के फायदे – Benefit of Mugdar Exercise in Hindi
वैसे तोह मुगदर व्यायाम के फायदे अनेक हैं लेकिन हम आज आपको मुगदर व्यायाम के कुछ मुख्य फायदे बताने जा रहे है।
1. कन्धों को बनाये शक्तिशाली और सुडोल
जब हम मुगदर को सर के ऊपर से उठाकर घूमते हैं तोह सारा प्रभाव हमारे कन्धों पर पड़ता है। हमारे कंधे का जोड़ कई सारी मांसपेशियों से स्थिर बना हुआ होता है, इसमें विशेष तोर पर तीन मुख्य मासपेशियां हमारा हाथ आगे पीछे और साइड की दिशा मैं उठाने में मदद करती हैं। और जब हम मुगदर को घुमाते हैं तोह ये तीनो मुख्य मासपेशियां संचालित हो जाती हैं और कंधे को मजबूती प्रदान करती हैं। और यह बात (National center for biotechnology and information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में सीधे तौर पर माना गया है (1)(2)|
2. हाथों का आकर और मजबूती बढ़ायें
मुकदर व्यायाम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सिर्फ कंधे ही नहीं बल्कि हाथों की मजबूती और आकार भी बढ़ता है। मुकदर घुमाना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मुकदर को जब सर के ऊपर से गोल गोल घुमाया जाता है तो हाथों के अगले हिस्से और कलाइयों (Forearms) पर काफी भार आता है इससे हमारी कलाई तो मजबूत होती ही है साथ ही बाजु का ऊपरी हिसा (Biceps)भी मजबूत और सुडोल बनता है। जब हम मुद्गर को उठा कर सर के ऊपर से पीछे की तरफ ले जाते हैं तो हमारे Biceps और Forearms पर ज़ोर पड़ता है उसी के साथ ही जब मुगदर को घुमा कर पीछे की तरफ से आगे लाया जाता है तो बाजु के पिछले भाग यानि Triceps से ताकत लगती है।
3. Core Muscles को मजबूत बनता है
मुगदर व्यायाम हमरे पूरे ऊपरी धड़ को मजबूत बनता है, इसमें हमारे पेट की मासपेशियनि यानि Core Muscles भी शामिल है। जब हम मुगदर जैसे भरी उपकरण को सर के ऊपर से गोल घुमाते हैं तोह न सिर्फ हमारे कंधे और बाजुओं से ताकत लगती है बल्कि हमारे core मसल्स पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ता है। यह प्रभाव हमारे धड़ को स्थिर बनाये रखने के लिए पड़ता है। जब मुगदर पीछे की तरफ जाता है तो शरीर का बैलेंस मुगदर के भरी होने की वजह से बिगड़ जाता है, और हमारी Core मसल्स हमे पीछे की और गिरने से बचने और स्थिरता बनाये रखने के लिए काफी ताकत लगाती हैं। इसी प्रकार जब मुगदर को आगे तरफ लाया जाता है तो हमारी कमर और पीठ की ताकत लगती है शरीर को स्थिर बनाने में। इसी प्रकार हमारी पूरी कोर मसल्स सुडोल और मजबूत बनती है। (3)
4. Back Muscles को मजबूत और उनका आकर बढ़ाता है
मुगदर को चाहे Anti clockwise घुमाया जाये या clockwise दोनों ही स्थिति मैं हमारी Back muscles (Latissimus dorsi)हिट होती है यानि प्रभावित होती है। जब मुगदर को उठाकर घुमाया जाता है और पीछे की तरफ ले जाया जाता है तो सबसे ज्यादा खिचाव हमारी ऊपरी Back muscles पर पड़ता है। जब भी हम अपनी बाजु पीछे की तरफ ले जाते हैं तोह हमारी बैक मसल्स प्रभावित हो जाती हैं। इसी प्रकार मुगदर जैसे भरी उपकरण को पीछे की और से आगे खींचने में भी काफी ताकत पीठ और कमर की ही लगती है। मुगदर को पीछे से आगे की और लाने में ऊपरी पीठ का तो इस्तेमाल होता ही है बल्कि निचली कमर भी धड़ को स्थिर रखने में मदद प्रदान करती है।
मुगदर व्यायाम करने का तरीका – How to do Mugdar Exercise in Hindi
- सबसे पहले अपने शारीरिक ताकत के हिसाब से दो मुगदर का चुनाव कर लें।
- दोनों मुगदर दोनों हाथों से इस तरह उठा लें की दोनों मुगदर सीधे खड़े हों व आपके हाथ आपके धड़ से लगे हुए हों।
- आपकी कलाइयों और ऊपरी बाजु में 90 डिग्री का एंगल बना हो।
- अब अपने दाएं हाथ के मुगदर को धीरे से सर के ऊपर की तरफ उठायें और पीछे की तरफ से गोल घुमाते हुए दोबारा आगे लाएं , धयान रहे बायां हाथ का मुगदर सीधा ही रहेगा।
- अब इसी प्रकार अपने बाएं हाथ के मुगदर को उठाएं और सर के ऊपर से गोल घुमाते हुए पीछे की और से आगे लाएं।
- इसी प्रकार दोनों हाथों से 10-15 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं |
मुगदर व्यायाम की सावधानियां – Mugdar Exercise Precautions In Hindi
मुगदर के फायदे तो अनेक हैं लेकिन मुगदर व्यायाम को करने में कुछ जोखिम भी हैं। इन जोख़िमों से बचने के लिए हमे कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ेंगी। सबसे ज़रूरी बात अपने बल के हिसाब से ही मुगदर का चुनाव करे। अगर आप मुगदर व्यायाम में नए हैं तो हलके मुगदर से शुरू कीजिये। पहले एक हाथ से मुगदर घूमने का अभ्यास कीजिये , जब मुगदर घूमने की चल का अभ्यास हो जाएगा तोह एक साथ दो मुगदर उठाने का प्रयास करें। ध्यान रखिये इस प्रक्रिया के अभ्यास में कुछ वक़्त लग सकता है तो धीरज से काम लेना बहुत ज़रूरी है। जैसे जैसे अभ्यास होता जाये वैसे वैसे ही मुगदर के वज़न को बढ़ाएं। इस प्रकार आप दुर्घटना से भी बचेंगे और चोट लगने से भी।
This is helpful for us Unienzyme tablet uses in Hindi
ReplyDelete